उत्तरपथ में आप बठी, हाथ सिद्ध वाचा ऋद्धि-सिद्धि । धनधान्य देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।। मन्त्र ज्यो शत्रु भयो। डाकिनी वायो, जानु वायो। ❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤ Regardless of what your stand really should be on https://gatherbookmarks.com/story20586451/examine-this-report-on-kali